तेज प्रताप यादव ने परिवार और पार्टी से अलग होकर जनशक्ति जनता दल बनाकर बिहार चुनाव में हिस्सा लिया है उनकी रैलियों में जनता का खास जुड़ाव और अपनापन दिखाई देता है, जहां लोग उत्साह से भाषण रिकॉर्ड करते हैं तेज प्रताप अपने भाषणों में हल्के-फुल्के अंदाज में परिवार से निकाले जाने की कहानी और महाभारत के उदाहरण देते हैं