प्रशांत किशोर ने चुनावी मैदान में पदयात्रा और भ्रष्टाचार विरोधी रुख के बावजूद राजनीतिक पकड़ मजबूत नहीं की है PK की सबसे बड़ी कमजोरी सामाजिक और संगठनात्मक रणनीति में रही, खासकर जातीय आधार पर गठबंधन न बना पाने में नीतीश कुमार की तरह कुर्मी समुदाय के संगठित समर्थन की कमी ने प्रशांत किशोर की राजनीतिक पहुंच को सीमित किया