जीतन राम मांझी ने बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून को व्यावहारिक रूप से असफल करार दिया और पुनर्विचार की मांग की. मांझी ने गुजरात मॉडल की तरह सीमित शराब नीति लागू करने का सुझाव देते हुए अवैध शराब कारोबार पर रोक की बात कही. उन्होंने कहा कि शराबबंदी के बावजूद राज्य में शराब आसानी से उपलब्ध है और इसका फायदा माफिया उठा रहे हैं.