बिहार में हाल के दिनों में अपराध की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं, जिसमें कारोबारी, वकील, किसान और नेताओं की हत्याएं शामिल हैं. बिहार के एडीजी कुंदन कृष्णन ने कहा कि अप्रैल से जून तक के महीनों में मर्डर की संख्या अधिक होती है क्योंकि किसान तब बेरोजगार रहते हैं. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एडीजी के बयान को अतार्किक बताया और राज्य में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया.