परिवार के अंदर जो भी बिखराव होने लगा था, इस चुनाव की प्रचंड हार ने सब बाहर लाकर रख दिया. रोहिणी आचार्य ने लोकसभा चुनाव में सारण से टिकट जीतकर राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी. लालू के पुराने साथी शिवानंद तिवारी भी सोशल मीडिया से एक विद्रोह करते हुए लालू धृतराष्ट्र करार दे दिया है.