RJD नेता रोहिणी आचार्य ने विधानसभा चुनाव हार के बाद अपना मायका छोड़ दिया और परिवार से नाता तोड़ा। रोहिणी ने बेटियों के लिए मायका को एक सुरक्षित स्थान बनाने की मांग सोशल मीडिया पर की है। उन्होंने बिहार में गहरी जड़ें जमा पितृसत्तात्मक मानसिकता को सामाजिक और राजनीतिक बदलाव की आवश्यकता बताया।