लालू प्रसाद ने दस साल पहले तेजस्वी यादव की राजनीतिक शुरुआत राघोपुर से चुनाव लड़वाकर सुनिश्चित की थी. 2015 में तेजस्वी पहली बार विधायक और उप मुख्यमंत्री बने तथा उनके विभागों के सचिवों का चयन लालू ने किया था. 2024 के लोकसभा चुनाव में मगध और शाहाबाद क्षेत्र में कुशवाहा वोटरों को जोड़ने की रणनीति भी लालू यादव की ही रही.