मखाना बिहार का प्रमुख उत्पाद है जो अब दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में लोकप्रिय हो चुका है. मखाना की खेती फरवरी में बीज लगाने से शुरू होकर छह महीने बाद फसल पकने तक चलती है. मखाना की कीमतें अस्थिर रहती हैं और अभी तक इसे न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर्गत शामिल नहीं किया गया है.