बिहार विधानसभा चुनाव में BJP ने राजपूत, भूमिहार, ब्राह्मण और वैश्य जातियों के उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी है. यादव समुदाय के कई नेताओं को इस बार BJP ने टिकट नहीं दिया, जिसमें बिहार विधानसभा अध्यक्ष भी शामिल हैं. यूपी और बिहार में अति पिछड़ा वर्ग ने चुनावी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और नीतीश कुमार से जुड़ा है.