जीतन राम मांझी और चिराग पासवान के बीच जुबानी तकरार तेज है. बिहार में दलित वोटों का हिस्सा लगभग 20 फीसदी है, जिसमें रविदास और पासवान का बड़ा योगदान है. एनडीए के पास 21 और महागठबंधन के पास 17 अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटें हैं मांझी और पासवान में दलितों का सबसे बड़ा हितैषी होने की होड़ मची है.