स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पूर्णिया में गौ रक्षा पर जोर देते हुए गौ रक्षक उम्मीदवार उतारने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद से जितनी सरकारें बनीं, वे सभी गौ हत्या पर प्रतिबंध लगाने में विफल रही हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने राजनेताओं पर धर्म की चार वर्ण व्यवस्था को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया.