चनपटिया चीनी मिल के बंद होने से गन्ने की खेती क्षेत्र में भारी गिरावट आई है, जो अब केवल कम जमीन पर होती है. मिल बंद होने के कारण किसान गन्ना बाहर के मिलों में ले जाकर लागत बढ़ने और मुनाफा कम होने से परेशान हैं. चनपटिया चीनी मिल 1932 में स्थापित हुई थी और यह बिहार की सबसे पुरानी चीनी मिलों में शामिल थी.