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क्लास 6 से 8 की NCERT की नई किताबों की लोगों ने जमकर की तारीफ, बोले- मोदी सरकार का अब तक का सबसे बेहतर काम

स्टार बॉय तरुण नाम के एक सोशल मीडिया यूज़र ने एक्स (पहले ट्विटर) पर नई किताबों की अपनी समीक्षा साझा की और कहा कि नए पाठ्यक्रम को पढ़ना ताज़ा और सुंदर था.

क्लास 6 से 8 की NCERT की नई किताबों की लोगों ने जमकर की तारीफ, बोले- मोदी सरकार का अब तक का सबसे बेहतर काम
क्लास 6 से 8 की NCERT की नई किताबों को मिला लोगों का अप्रूवल

राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा प्रकाशित कक्षा 6 से 8 तक की नई सामाजिक विज्ञान की किताबें जारी हो गई हैं और देश के इतिहास को सही नजरिए से प्रस्तुत करने के लिए अब इसे इंटरनेट पर अप्रूवल मिल गया है. पाठ्य पुस्तकों में यह बदलाव उपनिवेशवाद को समाप्त करने की मांगों के बीच किया गया है, क्योंकि पिछली पाठ्यपुस्तकों में औपनिवेशिक दृष्टिकोण पर ज़रूरत से ज़्यादा ज़ोर दिया गया था और भारत के गौरवशाली, समृद्ध अतीत को कम करके आंका गया था.

स्टार बॉय तरुण नाम के एक सोशल मीडिया यूज़र ने एक्स पर नई किताबों की अपनी समीक्षा साझा की और कहा कि नए पाठ्यक्रम को पढ़ना 'ताज़ा और सुंदर' था.

लोगों को पसंद आईं नई किताबें

यूज़र ने लिखा, "कक्षा 6 से 8 तक की नई सामाजिक विज्ञान की पुस्तकें वाकई बहुत अच्छी हैं. कक्षा 8 की पुस्तक अभी भी उनकी वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है, लेकिन मैंने कक्षा 6 और 7 की पुस्तकें पढ़ी हैं और मुझे वे बहुत पसंद आईं. यहां कुछ मुख्य बातें दी गई हैं."

कक्षा 6 और 7 की सामाजिक विज्ञान की दोनों पुस्तकों का शीर्षक "समाज की खोज: भारत और उससे आगे" है और ये 2025-26 शैक्षणिक सत्र के छात्रों के लिए उपलब्ध हैं. पुस्तक से मिली जानकारी के बारे में बात करते हुए, यूजर ने बताया कि पुस्तक "ऋग्वेद से भारत के प्राचीन इतिहास" के बारे में बताती है और यहां तक कि इसके पुराने नाम का भी उल्लेख करती है.

यूजर ने लिखा, "भारत और जम्बू द्वीप का नाम. पुस्तकें ऋग्वेद और सप्त सिंधु नाम से भारत के प्राचीन इतिहास के बारे में बताती हैं. अध्याय में भारत नाम के लिए विष्णु पुराण का भी उल्लेख है." उन्होंने बताया कि पुस्तकों में वेद, वैदिक देवताओं और उपनिषदों का उल्लेख है.

उन्होंने आगे लिखा, "भारत की सांस्कृतिक जड़ों से संबंधित एक समर्पित अध्याय है जो हिंदू, बौद्ध और जैन संस्कृति के बारे में बात करता है." पुस्तकों में भारत की पवित्र नदियों और पर्वतों पर भी अध्याय शामिल हैं, जो लोगों के लिए उनके सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व पर प्रकाश डालते हैं.

यूजर ने आगे लिखा, "मेरे फ़ॉलोअर्स जानते हैं कि शिक्षा के मामले में मैं हमेशा से मोदी सरकार का आलोचक रहा हूं, लेकिन मुझे मानना होगा कि यह बदलाव ताज़गी भरा और खूबसूरत लगता है."

पोस्ट यहां देखें:

'NCERT ने आखिरकार...'

अंतिम अपडेट तक, इस पोस्ट को लगभग 8,00,000 बार देखा जा चुका था, हज़ारों लाइक और सैकड़ों कमेंट्स मिल चुके हैं, और ज्यादातर लोग सरकार के किए इन बदलावों से खुश थे.

एक यूज़र ने कहा, "शायद, इससे भारत से हमारे अपने इतिहास के उन झूठे आख्यानों का सफ़ाया शुरू हो जाएगा, जो अतीत के मार्क्सवादी इतिहासकारों ने फैलाए थे." जबकि दूसरे ने लिखा: "वाह! आखिरकार. मैं इसकी सराहना करता हूं. मुझे वापस जाकर फिर से बेंच पर बैठने का मन कर रहा है."

तीसरे ने लिखा: "एनसीईआरटी ने आखिरकार हमारे बच्चों को असली भारतीय इतिहास पढ़ाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है." एक अन्य ने लिखा, "मेरी राय में, यह 2014 के बाद से मोदी सरकार की सबसे प्रभावी उपलब्धि होगी."

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