एक नज़र में
‘गुलाबी नगरी'
जयपुर

Image credit : Instagram

विश्व धरोहर है जयपुर

जयपुर मध्यकालीन भारत की पहली प्लान्ड सिटी है. यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया हुआ है.

Image credit : Getty

क्‍यों गुलाबी शहर है जयपुर?

जयपुर शहर में गुलाबी रंग के पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है, इसलिए इसे 'गुलाबी शहर' कहा जाता है.

Image credit : Instagram

अनूठी वास्तुशैली का प्रमाण आमेर का किला

जयपुर से करीब 11 किलोमीटर दूर बना आमेर का किला राजस्थान के विशालतम किलों में शामिल है.

Video credit: Getty

ये हैं जयपुर के
प्रसिद्ध स्थल

जंतर-मंतर, हवामहल जयपुर के प्रसिद्ध स्थलों में शामिल हैं. जयपुर का जंतर-मंतर यूनेस्को की वैश्विक धरोहरों की सूची में शामिल है.

Video credit: Getty

लगभग 300 साल पुराना शहर है जयपुर

ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध इस शहर को 1727 में महाराज जयसिंह द्वितीय ने बसाया था, सो, यह लगभग 300 साल पुराना है.

Image credit : Instagram

आर्किटेक्चर है खास

यहां की स्थापत्य कला में मुगल, राजपूत और ब्रिटिश आर्किटेक्चर की झलक है. यहां की हवेलियां हमें उस युग की शानदार विरासत के दर्शन कराती हैं.

 Image credit: Instagram

ग्रिड के आकार में बसा है जयपुर

जयपुर शहर एक ग्रिड के आकार में बसाया गया है. शहर के चारों ओर ऊंची दीवार है, जिसमें 7 गेट हैं.

Image credit: Instagram

हवामहल की बनावट

हवामहल की आकृति भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट की तरह है. इस पांच-मंजिला इमारत को लाल और गुलाबी बलुआ पत्थरों से बनाया गया है.

Image credit: Instagram

सिटी पैलेस की खासियत

कछवाहा किंग जयपुर के सिटी पैलेस में रहते थे. इसके वास्तुशिल्प डिज़ाइन का काम मुख्य वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य ने किया था.

Image credit: Instagram

ये है स्पेशलिटी

जयपुर गहनों, कपड़ों, जूतों और लाख की चूड़ियों के लिए जाना जाता है. ये सभी चीज़ें राजस्थान की संस्कृति को दर्शाती हैं.

Image credit: Instagram

ट्रैवल की और जानकारी के लिए

Image  credit: Instagram

क्लिक करें