खूबसूरत तस्वीरों मे देखिए महाकुंभ का आखिरी दिन
Story created by Renu Chouhan
26/2/2025
महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ का भी समापन हो गया. करोड़ों भक्तों ने आज आखिर दिन संगम में डुबकी लगाई.
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इसी वजह से महाकुंभ का अंतिम स्नान पर्व ‘हर हर महादेव' के उद्घोष के साथ शुरू हुआ.
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सिर्फ आज ही के दिन दोपहर दो बजे तक 1.18 करोड़ लोगों ने स्नान किया.
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वहीं, मेला प्रशासन ने स्नानार्थियों पर 120 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की वर्षा कराई.
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महाकुंभ में अभी तक 65.95 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा चुके हैं और शाम तक यह आंकड़ा 66 करोड़ को पार करने की संभावना है.
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बता दें, प्रत्येक 12 वर्ष में आयोजित होने वाले महाकुंभ में पहला स्नान पर्व 13 जनवरी को हुआ था.
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26 फरवरी को अंतिम स्नान यानी महाशिवरात्रि पर ब्रह्म मुहूर्त से ही देश के कोने-कोने से श्रद्धालु महाकुंभ में डुबकी लगाने पहुंचे.
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महाशिवरात्रि पर श्रद्धालु गंगा और संगम में डुबकी लगाने के बाद शहर के मौजूद शिव मंदिरों में जाकर भगवान शंकर का जलाभिषेक कर रहे हैं.
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बता दें, इन मंदिरों में सरस्वती घाट के निकट सिद्ध पीठ मनकामेश्वर मंदिर, दारागंज स्थित ब्रह्मेश्वर महादेव शिवकुटी स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर और अरैल स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर शामिल हैं.
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हिंदू पौराणिक कथाओं के मुताबिक, समुद्र मंथन में भगवान शिव ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, जिससे समुद्र मंथन से अमृत कलश निकला और इसकी बूंदें जहां जहां गिरी, वहां वहां कुंभ मेले का आयोजन होता है.
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अभी तक महाकुंभ मेले के छह स्नान पर्वों में तीन स्नान पर्व अमृत स्नान के थे और ये 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या और 3 फरवरी को बसंत पंचमी पर संपन्न हुए.
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महाशिवरात्रि के बाद अब सभी 13 अखाड़े अमृत स्नान करके मेले से विदा हो चुके हैं.
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अब दोबारा 12 साल बाद यानी 2037 में महाकुंभ का मेला फिर से सजेगा.
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