सन 1857 में हुए सैन्य विद्रोह के दौरान एक जून 1858 को झांसी की रानी लक्ष्मीबाई ने मराठा विद्रोहियों के साथ मिलकर ग्वालियर के किले पर कब्जा किया था, लेकिन 16 जून को जनरल ह्यूज के नेतृत्व वाली ब्रिटिश सेना ने किले पर हमला कर दिया. इस दौरान रानी लक्ष्मीबाई खूब बहादुरी से लड़ीं और अंग्रेजों को किले पर कब्जा नहीं करने दिया. मगर लड़ाई के दौरान उन्हें गोली लग गई और अगले दिन (17 जून को) ही उनकी मृत्यु हो गई. भारतीय इतिहास में यह ग्वालियर की लड़ाई के नाम से वर्णित है. लक्ष्मीबाई की मृत्यु के बाद अग्रेजों ने अगले तीन दिन में यानी 20 जून तक किले पर कब्जा कर लिया.