रवीश कुमार का प्राइम टाइम : कैसे लड़ा भारत जब प्लेग-फ़्लू से मरे थे 3 करोड़ ?
प्रकाशित: अप्रैल 24, 2020 09:00 PM IST | अवधि: 32:42
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यह समय तालाबंदी और उसके असर को जानने, उससे डरने और उसे समझने का ही नहीं है बल्कि इतिहास जानने और उसको समझने का भी है. इतिहाज में जब महामारी का प्रकोप टूटा और करोड़ो लोग मरे तो मनुष्य ने इसका सामना कैसे किया और अपने लिए भविष्य की दिशा कैसे तय की? अभी हम नहीं समझ पा रहे हैं कि कोरोना के बाद जिंदगी का भविष्य क्या होगा? इतिहास से हम काफी कुछ सीख सकते हैं. हर सदी में महामारियों का प्रकोप रहा है कभी 5 हजार तो कभी 5 करोड़ लोग मरे हैं और उसके बाद मेडिकल साइंस ने कुछ ना कुछ प्रगति भी की है. लेकिन एक बार फिर से कोविड-19 ने मेडिकल साइंस को स्तब्ध कर दिया है.