काशी विश्वनाथ मंदिर के पुजारियों ने वर्ष 1991 में वाराणसी कोर्ट में एक अर्ज़ी दाखिल की थी, और कहा था कि यह मस्जिद कभी मंदिर का हिस्सा हुआ करती थी, और इसे औरंगज़ेब के हुक्म पर बनाया गया था. तो अब 2022 में यह मुद्दा सुर्खियों में क्यों है...? बता रहे हैं अरुण सिंह.