रवीश कुमार का प्राइम टाइम : ये हिन्दू TRAD क्या तूफान है? नफरत की दुनिया की नई भीड़ का नाम है
प्रकाशित: जनवरी 12, 2022 09:00 PM IST | अवधि: 31:39
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कोई दस साल पहले की बात होगी, जब दुनिया भर में सोशल मीडिया प्लेटफार्म को लोकतंत्र का नया सवेरा कहा जा रहा था. लेकिन देखते-देखते इस प्लेटफार्म से आने वाला सवेरा अंधेरा में बदल गया. सरकारों ने अपनी तरह से इस पर कंट्रोल किया, ताकि प्रोपेगैंडा फैला सकें, तो दूसरी ओर धर्म, रंग, जाति के नाम पर सर्वोच्चता की सनक से लैस नफरती तबके ने इस पर कब्जा करना शुरू कर दिया.