राजभवनों और राज्य सरकारों के बीच पिछले कुछ वर्षों से विवाद ज्यादा गहरे हो गए हैं. अब तो राज्यपाल के पद के औचित्य पर ही सवाल खड़े किए गए जा रहे हैं.
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