SBI कस्टमर्स ध्यान दें! ऑनलाइन बैंकिंग को लेकर बदला नियम, लेटेस्ट Yono Lite App पर नया फीचर

SBI YONO App Updates : State Bank Of India ने हाल ही में अपने बैंकिंग एप्लीकेशन YONO पर एक्सेस से जुड़े नियमों में बदलाव किया है. अब बैंक के साथ रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के साथ ही ऐप एक्सेस किया जा सकेगा.

SBI कस्टमर्स ध्यान दें! ऑनलाइन बैंकिंग को लेकर बदला नियम, लेटेस्ट Yono Lite App पर नया फीचर

YONO SBI App Updates : YONO पर ऑनलाइन बैंकिंग के एक्सेस से जुड़ा नियम बदला.

नई दिल्ली:

इंडिया के सबसे बड़े बैंक State Bank Of India (SBI) ने हाल ही में अपने नियमों में बदलाव किया है. बैंक ने अपने बैंकिंग एप्लीकेशन YONO से जुड़े नियमों में बदलाव किया है. अगर आप भी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के ग्राहक हैं और YONO ऐप इस्तेमाल करते हैं तो आपको नया नियम जानना बहुत जरूरी है. एसबीआई देश के सबसे बड़े बैंकों में से एक है और इसका बहुत बड़ा कस्टमर बेस है. देश में फ्रॉड के बढ़ते मामलों के बीच एसबीआई अपने कस्टमर्स को बेहतर सिक्योरिटी प्रोवाइड कराना चाहता है. इससे ग्राहकों को बेहतर और सुरक्षित बैंकिंग का अनुभव मिलेगा. 

क्या है नया नियम? 

YONO ऐप का इस्तेमाल करने वाले SBI कस्टमर्स के डेटा की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कड़े नियम बनाए गए हैं. इस योनो ऐप में आप अपने रजिस्टर मोबाइल नंबर से ही लॉग इन कर पाएंगे, किसी और ऑप्शनल नंबर से लॉग इन नहीं कर सकेंगे. एसबीआई अकाउंट होल्डर्स किसी अन्य नंबर से लॉगिन करते हैं तो उन्हें ट्रांजैक्शन करने की इजाजत नहीं मिलेगी. इसके अलावा आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर का सिम जिस फोन में होगा उसी फोन से आप लॉगिन कर सकेंगे. किसी दूसरे फोन से आप अपना ऐप लॉगिन नहीं कर सकेंगे. 

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ग्राहकों को अपडेट करना होगा योनो ऐप 

एसबीआई के ग्राहकों को अपने स्मार्टफोन के प्ले स्टोर या ऐप स्टोर पर जाकर अपने मौजूदा YONO App वर्जन को अपडेट करना होगा. बैंक ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए नए नियम की जानकारी अपने ग्राहकों के साथ शेयर की. बैंक ने बताया है कि ग्राहक YONO Lite App डाउनलोड कर सकते हैं. इस ऐप में यह सिक्योरिटी फीचर जोड़ा गया है. 

कोविड 19 के समय में बढ़े फ्रॉड के मामले 

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भारत में पिछले साल मार्च अप्रैल में कोविड के मामले सामने आए और इसके बाद भारत सरकार ने टोटल लॉकडाउन लागू करने का फैसला किया. लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन ट्रांजैक्शन की बाढ़ सी आ गई. ट्रांजैक्शन बढ़ने के साथ ही ऑनलाइन फ्रॉड के मामलों में भी काफी इजाफा देखने को मिला जिसके बाद एसबीआई ने अपने सिक्योरिटी मेजर्स को अपग्रेड करने का फैसला किया है.