India | Edited by: बिक्रम कुमार सिंह |शुक्रवार जनवरी 5, 2024 06:21 AM IST विश्लेषण के अनुसार ऐसा गर्मियों और मानसून के सामान्य से अधिक साफ मौसम के बावजूद हुआ और उत्तरी राज्यों में पराली से निकलने वाले धुएं में काफी कमी आई. सीएसई ने कहा कि इस साल दिल्ली के प्रदूषण को बढ़ाने वाले कारक पराली जलाने में कमी, नवंबर में अधिक बारिश और हल्की सर्दी की स्थिति के बावजूद, वार्षिक स्तर में सुधार होना चाहिए था.