'दिल्ली की सल्तनत'

- 10 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Zara Hatke | Reported by: भाषा |सोमवार अप्रैल 27, 2020 09:04 AM IST
    इस दिन मुगल शासकों से जुड़ी तीन बड़ी घटनाएं इतिहास का हिस्सा बनीं. 1526 में 27 अप्रैल के दिन ही बाबर ने दिल्ली का तख्तो-ताज संभाला था. 1606 में बादशाह जहांगीर ने आज ही के दिन बगावत पर उतरे अपने पुत्र खुसरो को गिरफ्तार किया और 1748 में एक बार फिर वह 27 अप्रैल का ही दिन था जब मुगल बादशाह मोहम्मद शाह का निधन हुआ.
  • Career | Reported by: भाषा |मंगलवार अप्रैल 21, 2020 10:12 AM IST
    21 अप्रैल का दिन देश के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ लेकर आया. 1526 में वह 21 अप्रैल का ही दिन था, जब काबुल के शासक जहीरूद्दीन मोहम्मद बाबर और दिल्ली की सल्तनत के सम्राट इब्राहिम लोदी के बीच पानीपत की पहली लड़ाई हुई. इस लड़ाई में बाबर ने जहां तोपों का इस्तेमाल किया वहीं लोदी ने हाथियों की परंपरागत ताकत के दम पर जंग लड़ी, लेकिन बाबर की सेना संख्या में कम होने के बावजूद लोदी की सेना पर भारी पड़ी. इस लड़ाई में लोदी मारा गया और भारत में मुगल साम्राज्य की नींव पड़ी.
  • Lok Sabha Elections 2019 | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शनिवार मार्च 30, 2019 01:47 PM IST
    लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पीएम मोदी देश भर में रैलियां कर रहे हैं. इसी कड़ी में वह आज अरुणाचल प्रदेश के आलो में थे. आलो में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दशकों से एक्सपर्ट कह रहे थे कि अरुणाचल को आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर की जरुरत है लेकिन नामदार परिवार और उनके यहां उनके राज दरबारी, अपनी सल्तनत को मजबूत करने में जुटे थे उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार चाहे दिल्ली में हो या किसी राज्य में.
  • Bihar | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार अक्टूबर 2, 2018 08:52 PM IST
    विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय राजधानी की तरफ मार्च कर रहे हजारों किसानों के खिलाफ मोदी सरकार पर मंगलवार को 'बर्बर पुलिस कार्रवाई' करने का आरोप लगाया. एक तरफ कांग्रेस ने कटाक्ष किया कि 'दिल्ली सल्तनत का बादशाह सत्ता के नशे में है.' तो वहीं दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि जय जवान, जय किसान का नारा देने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर अच्छे दिनों की छलावा करने वाली सरकार ने उस नारे को 'मर जवान, मर किसान' में तब्दील कर दिया. वहीं, लालू यादव के बेटे तेजस्वी  ने कहा कि पूंजीपतियों के दलालों, अन्नदाताओं की मांगे पूरी करो या सिंहासन ख़ाली करो. बसपा प्रमुख मायावती ने भी किसानों पर लाठीचार्ज के मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला. बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यह भाजपा सरकार की निरंकुशता की पराकाष्ठा है, जिसका खामियाजा भुगतने के लिए उसे तैयार रहना चाहिए.
  • File Facts | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार अक्टूबर 2, 2018 07:50 PM IST
    विपक्षी दलों ने राष्ट्रीय राजधानी की तरफ मार्च कर रहे हजारों किसानों के खिलाफ मोदी सरकार पर मंगलवार को ‘‘बर्बर पुलिस कार्रवाई’’ करने का आरोप लगाया और कांग्रेस ने कटाक्ष किया कि ‘‘दिल्ली सल्तनत का बादशाह सत्ता के नशे में है.’’ विपक्ष ने केंद्र सरकार पर ‘किसान विरोधी’ होने का आरोप लगाते हुए मांग की कि किसानों को शांतिपूर्वक अपनी शिकायतों को रखने के लिए दिल्ली में प्रवेश की इजाजत दी जाए. वहीं सरकार किसानों को अपना प्रदर्शन खत्म करने के लिये मनाने के तरीके तलाशने में जुटी दिखी. गौरतलब है कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने किसान नेताओं से बात की है और उसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री भी राजनाथ सिंह का संदेश लेकर किसानों के पास गए. भारतीय किसान यूनियन की ओर से कहा गया है कि  सरकार का किसानों के बड़े मुद्दे पर रुख साफ नहीं है और उसकी ओर से आश्वासन पर भी विश्वास नहीं है इसलिए प्रदर्शन जारी रहेगा. 
  • South India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |शुक्रवार सितम्बर 7, 2018 07:23 AM IST
    तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर बरसे, और उन्हें 'देश का सबसे बड़ा मसखरा' तक कह डाला.
  • Delhi | Edited by: सूर्यकांत पाठक |सोमवार फ़रवरी 6, 2017 10:14 PM IST
    दिल्ली नगर निगम ने पहले मुगल सल्तनत के बादशाह औरंगजेब के नाम से प्रचलित औरंगजेब रोड का नाम बदला और उसे पूर्व राष्ट्रपति और वैज्ञानिक एपीजे कलाम के नाम पर किया... अब ब्रिटिश साम्राज्य के दौरान छोटी रियासतों के विलीनीकरण के लिए याद किए जाने वाले गवर्नर जनरल डलहौजी के नाम पर प्रचलित सड़क डलहौजी रोड का नामकरण दारा शिकोह के नाम पर कर दिया गया है जो कि हिन्दू विचारधारा का प्रबल समर्थक था.
  • India | Written by: राजीव मिश्र |रविवार जनवरी 29, 2017 11:59 AM IST
    शुक्रवार को रानी पद्मावती पर एक फिल्म बना रहे बॉलीवुड निर्देशक संजय लीला भंसाली को करणी सेना के कार्यकर्ताओं में से एक ने थप्पड़ मार दिया. करणी सेना के लोगों का आरोप है कि भंसाली अपनी फिल्म में रानी पद्ममिनी (पद्मावती) के जीवन से जुड़े तथ्यों के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. आखिर क्या है रानी पद्मावती की कहानी. रानी पद्मिनी के जीवन को आज राजस्थान में पढ़ाया जाता है, गौरव बताया जाता है और देश दुनिया से आने वाले पर्यटकों को चित्तौड़गढ़ के किले में वह स्थान दिखाए, बताए और समझाए जाते हैं जहां पर सुल्तान खिलजी ने उन्हें देखा था. 12वीं और 13वीं सदी में दिल्ली पर सल्तनत का राज था. विस्तारवादी नीति के तहत सुल्तान ने अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए मेवाड़ पर कई आक्रमण किए. इन आक्रमणों में से एक आक्रमण अलाउदीन खिलजी ने सुंदर रानी पद्मिनी (Padmini or Padmavati) को पाने के लिए किया था. ये कहानी अलाउदीन के इतिहासकारों ने किताबो में लिखी थी ताकि वो राजपूत प्रदेशों पर आक्रमण को सिद्ध कर सके. कुछ इतिहासकार इस कहानी को गलत बताते हैं. उनका कहना है कि ये कहानी मुस्लिमों ने राजपूतों को उकसाने के लिए लिखी थी.
  • India | Written by: विवेक रस्तोगी |मंगलवार दिसम्बर 20, 2016 05:53 PM IST
    बच्चे के जन्म की बधाई देने के लिए ट्विटर पर मौजूद लोगों में जितना प्यार और उत्साह नज़र आया, उससे ज़्यादा नाराज़गी इस नाम को लेकर दिखी, क्योंकि अधिकतर लोग 'तैमूर' नाम से सिर्फ उस मुस्लिम बादशाह तैमूरलंग को याद कर पा रहे हैं, जिसने 14वीं शताब्दी के अंत में हिन्दुस्तान (दिल्ली की सल्तनत) पर हमला किया था, और जिसे लाखों गैर-मुस्लिमों को कत्ल करवा देने का दोषी माना जाता है...
  • India | Written by: विवेक रस्तोगी |मंगलवार नवम्बर 22, 2016 03:55 PM IST
    14वीं सदी में दिल्ली के तख्त पर 26 वर्ष तक शासन करने वाले मोहम्मद बिन तुगलक का नाम न सिर्फ उसकी बादशाहत और लम्बे-चौड़े साम्राज्य के लिए जाना-पहचाना है, बल्कि रातोंरात बेहद सख्ती से लागू करवाए गए फैसलों के लिए भी उसे अक्सर याद किया जाता है, और आधुनिक युग के नेताओं की भी किसी फैसले को अचानक 'एकतरफा ढंग से' लागू करने पर 'तुगलकी फरमान' कहकर ही आलोचना की जाती है.
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