'दयाशंकर मिश्र'

- 20 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Literature | Written by: सूर्यकांत पाठक |बुधवार जनवरी 8, 2020 01:32 AM IST
    अवसाद और आत्महत्या के विरुद्ध वरिष्ठ पत्रकार दयाशंकर मिश्र की बहुत मशहूर हुई वेबसीरीज 'डियर जिंदगी- जीवन संवाद' किताब की शक्ल में आ गई. रविवार को नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में 'जीवन संवाद' का लोकार्पण किया गया. किताब की शक्ल में आने से पहले इस वेबसीरीज को एक करोड़ से अधिक बार डिजिटल माध्यम में पढ़ा जा चुका है.
  • Uttar Pradesh | भाषा |सोमवार जनवरी 7, 2019 05:34 AM IST
    इनमें से नौ को लखनऊ में ,जबकि चार को इलाहाबाद में पकड़ा गया. एसटीएफ के सूत्रों ने यहां बताया कि उत्तर प्रदेश के सभी मण्डलो में आज हुयी सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में गिरोह के सक्रिय होने की सूचनायें मिल रही थीं. इस पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने लखनऊ स्थित नेशनल कॉलेज के प्रधानाचार्य उमाशंकर सिंह, गिरोह के मुख्य सरगना अरुण कुमार सिंह, कक्ष निरीक्षक शाहनूर, दयाशंकर जोशी, अशोक कुमार मिश्र, विजय कुमार मिश्र, राम इकबाल, अभ्यर्थी खुर्शेद आलम तथा बिरकेश यादव को गिरफ्तार कर लिया. 
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |शुक्रवार सितम्बर 30, 2016 10:08 PM IST
    अखबार और मीडिया की गुरुवार और शु‍क्रवार की हेडलांइस से समाज के हितों का कोई लेना-देना नहीं है. यह बस एकाकी राग है, मूल विषयों से ध्‍यान भटकाने और उस जंग के उस बेसुरे राग छेड़ने का जिसका कोई लक्ष्‍य मनुष्‍य से जुड़ाव नहीं रखता. मनुष्‍यता और जंग परस्‍पर विरोधी स्‍वर हैं.
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |शुक्रवार अगस्त 26, 2016 12:07 PM IST
    हर छोड़ी बड़ी बात में निराश, मरने-मारने को आतुर शहरी समाज को दीना माझी से सब्र, प्रेम का सबक सीखना चाहिए, और जिद का भी. लाश को कंधे पर लादे यह जो दीना जा रहा है, वह अपनी जीवन संगिनी नहीं हमारी व्‍यवस्‍था की लाश ढो रहा है.
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |सोमवार अगस्त 22, 2016 01:01 PM IST
    सिंधु जीत गईं. अब फाइनल चाहे जो हो, वे भारतीय लड़कियां जो हमारे सड़े-गले रिवाजों और बासी विचारों की रोज भेंट चढ़ रही हैं, के लिए तो वह फाइनल में पहुंचते ही जीत गईं थीं. महिलाओं के लिए ‘कठिन’ जिस भारतीय समाज से सिंधु आती हैं, वहां से ओलिंपिक का सोना तो सपना ही लगता रहा है. हम मानें या न मानें, लेकिन हमारी बेटियों को हमारे ही देश में निचले दर्जे की नागरिकता हासिल है.
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |सोमवार अगस्त 22, 2016 01:02 PM IST
    आज सुबह की शुरुआत बेहद खौफनाक रही. मैंने अब तक कभी किसी अप्रत्‍याशित, सीधी हिंसा का सामना नहीं किया था. तब भी नहीं जब कोई एक दशक पहले मैं 'अशांत' जम्‍मू-कश्‍मीर में काम कर रहा था और अक्‍सर देर रात पैदल या दुपहिया पर घर लौटता था.
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |सोमवार अगस्त 22, 2016 01:03 PM IST
    हम ओलिंपिक में खराब प्रदर्शन इसलिए नहीं करते, क्‍योंकि हमारे खिलाड़ियों में दमखम की कमी है. बल्कि इसलिए क्‍योंकि हम उन्‍हें वह माहौल और प्रशिक्षण ही नहीं दे पाते जो मिलना चाहिए. सोमवार को ही NDTV की एक रिपोर्ट में यह दिखाया गया था कि झारखंड में निशानेबाज कैसे ट्रेनिंग हासिल करते हैं.
  • Blogs | दयाशंकर मिश्र |बुधवार जुलाई 6, 2016 07:15 PM IST
    विजय ने कल रात कांपती आवाज में कहा था कि मुझे न तो श्‍लोक आते हैं और न ही कुरान की आयतें! मैं क्‍या करता, केटी क्‍या करता अगर वो श्‍लोक या कुरान की आयतों पर आमादा हो जाते..
  • Blogs | Dayashankar Mishra |शुक्रवार अप्रैल 8, 2016 06:17 PM IST
    'लाल लकीर'। इसे पूरा करने और इसके बारे में लिखने के बीच खासा अंतर है। इसकी वजह बस इतनी है कि लेखक ने बस्‍तर के बहाने देश के बड़े हिस्‍से की पीड़ा का जिक्र कागज के पन्‍नों पर जाहिर किया है, वह पूरी कहानी आपके दिमाग में उतारने के साथ उतना ही गहरा ‘शॉक’ भी देता है।
  • Blogs | Written by: Dayashankar Mishra |बुधवार दिसम्बर 23, 2015 01:50 PM IST
    उम्‍मीद है कि आपने भी एक बड़ी मोबाइल कंपनी का वह विज्ञापन जरूर देखा होगा, जिसमें कंपनी इंटरनेट से दूसरों की मदद करने के दावे कर रही है. इमोशनल तरीके से कर रही है.कुछ विज्ञापन तो प्रभाव पैदा करने वाले भी हैं. इसलिए कंपनी और ज्‍यादा प्रभाव पैदा करने के फेर में भावुक हो गई.
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