Blogs | प्रियदर्शन |मंगलवार फ़रवरी 16, 2021 03:37 PM IST टूलकिट पर लौटें. कोई भी आंदोलन, संस्थान या समूह अपने लक्ष्यों के लिए टूलकिट बना सकता है. पहले भी ये टूलकिट बनते रहे हैं. लेकिन ग्रेटा थनबर्ग द्वारा ट्वीट किया गया टूलकिट आने पर सरकार ऐसे चौंक रही है जैसे पहली बार उसने इसका नाम सुना हो. यह नादानी से ज़्यादा सयानापन है- टूलकिट जैसे किसी दस्तावेज़ को जबरन आतंक और अलगाववाद का दस्तावेज़ साबित करने का सयानापन.