Blogs | निधि कुलपति |सोमवार जुलाई 25, 2016 05:34 PM IST आप को लिखना अपने मन को हल्का करने जैसा है। जब से आप मुख्यमंत्री बनी हैं, सुकून के पल आप को नही मिल पा रहे हैं। जिन हालात में मुख्यमंत्री बनीं, वे दुखदायी रहे। साथ ही घाटी के हालात लगातार चुनौती खड़े करते रहे।