Zara Hatke | Reported by: भाषा |गुरुवार अक्टूबर 3, 2019 03:09 PM IST अर्थव्यवस्था में सुस्ती की मार से ‘रावण’ भी बच नहीं पाया है. इस बार पुतलों के बाजार में ‘रावण’ का कद और छोटा हो गया है. राजधानी के पश्चिम दिल्ली के तातारपुर गांव के पुतला बनाने वाले कारीगरों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है.