World | Reported by: द वाशिंगटन पोस्ट, Translated by: विवेक रस्तोगी |शुक्रवार अप्रैल 9, 2021 11:55 AM IST डॉक्टरों द्वारा नियमित देखभाल किए जाने के बावजूद सिर्फ 33 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद छोटे भ्रूण की नाल (umbilical cord) ढंग से काम नहीं कर पा रही थी, सो, डॉक्टरों ने ऑपरेशन (Caesarean section) के ज़रिये 17 सितंबर को दोनों बच्चों का जन्म करवा दिया. जन्म के समय नोआ का वज़न चार पौंड 10 आउन्स था, जबकि दो मिनट बाद जन्मी रोसाली का वज़न मात्र दो पौंड सात आउन्स था.