'Ravish Kumar on MeToo'

- 4 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Blogs | Written by: रवीश कुमार |बुधवार अक्टूबर 17, 2018 12:57 PM IST
    सोलह महिला पत्रकारों का आरोप सामान्य घटना नहीं है. सबके आरोप में कई बातें सामान्य हैं. पता चलता है कि अकबर मनोरोगी की हद तक अकेली लड़की को बुलाकर हमला करते थे. होटल के कमरे में काम के बहाने बुलाने पर ज़ोर देते थे. कमरे में शराब पीने के लिए बर्फ़ निकालने और गिलास में शराब डालने की बात करते थे.
  • Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार अक्टूबर 16, 2018 09:33 AM IST
    एम जे अकबर पर 14 महिला पत्रकारों के लगाए आरोप और उनके जवाब की स्टोरी को लेकर एक अध्ययन यह भी करना चाहिए कि हिन्दी अखबारों ने अकबर पर लगे आरोपों का किस पन्ने पर और कितना छोटा सा छापा और जब खंडन आया तो उनके खंडन को कहां छापा और कितनी प्रमुखता से छापा.
  • Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार अक्टूबर 16, 2018 09:54 AM IST
    सवाल अकबर के इस्तीफ़े का नहीं है. इस्तीफ़ा लेकर कोई महान नहीं बन जाएगा. वो तो होगा ही. मगर जवाब देना पडेगा कि इस अकबर में क्या ख़ूबी थी कि राज्यसभा का सदस्य बनाया, बीजेपी का सदस्य बनाया और मंत्री बनाया. इसके दो-दो दलों के अंदरखाने तक पहुंच होती है. सत्ता तंत्र का बादशाह बन जाता है. आराम से कांग्रेस का सांसद, आराम से भाजपा का सांसद.
  • Blogs | रवीश कुमार |मंगलवार अक्टूबर 9, 2018 01:16 PM IST
    पिछले चार साल से BJP और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के लोग उस महान अकबर की महानता को कतरने में लगे रहे, कामयाब भी हुए, जो इतिहास का एक बड़ा किरदार था. सिलेबस में वह अकबर अब महान नहीं रहा. मगर अब वे क्या करेंगे, जब मोदी मंत्रिमंडल का अकबर 'महान' निकल गया है. मोदी मंत्रिमंडल के अकबर की 'महानता' का संदर्भ यह नहीं है कि उसने किले बनवाए, बल्कि अपने आस-पास जटिल अंग्रेज़ी का आभामंडल तैयार किया और फिर उसके किले में भरोसे का क़त्ल किया.
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