India | Edited by: मानस मिश्रा |शुक्रवार सितम्बर 6, 2019 07:38 AM IST आज NDTV और समस्त पत्रकारिता जगत के लिए बेहद गौरव का दिन है. NDTV इंडिया के मैनेजिंग एडिटर रवीश कुमार एशिया के नोबेल कहे जाने वाले रैमॉन पुरस्कार से सम्मानित होने के लिए फ़िलीपींस की राजधानी मनीला पहुंचे और वहां रैमॉन मैगसेसे के मंच से बात रखी. उन्होंने कहा कि गौरव के इस क्षण में मेरी नज़र चांद पर भी है और ज़मीन पर भी, जहां चांद से भी ज़्यादा गहरे गड्ढे हैं. दुनियाभर में सूरज की आग में जलते लोकतंत्र को चांद की ठंडक चाहिए. यह ठंडक आएगी सूचनाओं की पवित्रता और साहसिकता से, न कि नेताओं की ऊंची आवाज़ से. सूचना जितनी पवित्र होगी, नागरिकों के बीच भरोसा उतना ही गहरा होगा. देश सही सूचनाओं से बनता है. फेक न्यूज़, प्रोपेगंडा और झूठे इतिहास से भीड़ बनती है. रैमॉन मैगसेसे फाउंडेशन का शुक्रिया, मुझे हिन्दी में बोलने का मौका दिया, वरना मेरी मां समझ ही नहीं पातीं, कि क्या बोल रहा हूं. आपके पास अंग्रेज़ी में अनुवाद है और यहां सब-टाइटल हैं.