India | Reported by: पूजा भारद्वाज, Edited by: नवीन कुमार |गुरुवार दिसम्बर 10, 2020 04:13 PM IST सायकोथेरपिस्ट, डॉ शिवांगी पवार ने बताया, ’मनोचिकित्सकों को भी डिप्रेशन हो रहा है, सोशली जो स्टिग्मा असोसियेटेड है मेंटल हेल्थ से जुड़ा उसकी वजह से डॉक्टर किसी और थेरपिस्ट से मदद नहीं ले पा रहे हैं क्यूँकि फिर उनको जज किया जाएगा, उनके करियर पर इसका निगेटिव असर हो सकता है, इस डॉक्टर के मेंटल हेल्थ के बारे में भी सोचना बहुत ज़रूरी है.’’