India | Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: गुणातीत ओझा |बुधवार मई 19, 2021 12:53 AM IST कोरोना मरीज को सही इलाज सही वक्त पर मिल जाए तो उसकी जान बच सकती है. लेकिन जमीनी हकीकत इससे जुदा है. आप सही वक्त पर अस्पताल तो पहुंच जाएंगे लेकिन, वहां आपका इलाज सही दवा से हो रहा है या नहीं, इसकी कोई गारंटी नहीं है. ऐसा इसलिए, क्योंकि बाजार में नकली दवाओं का मायाजाल बिछा हुआ है. नकली दवा के सौदागर धड़ल्ले से अपना कारोबार चला रहे हैं. इसका जीता-जागता उदाहरण मध्यप्रदेश के जबलपुर में सामने आया है. यहां केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल के भाई व गोटेगांव से बीजेपी विधायक जालम सिंह पटेल खुद नकली रेमडेसिविर का शिकार हुए हैं.