India | ख़बर न्यूज़ डेस्क |मंगलवार दिसम्बर 18, 2018 01:40 PM IST प्रशासन के इस दावे को सिरे से खारिज करते हुए साठे ने अपने पत्र में कहा कि मैंने 750 किलो प्याज बेची थी और 1,064 रुपये कमाए थे. लेकिन बिना किसी जांच के सरकारी अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि मेरी प्याज का रंग काला था और वे खराब गुणवत्ता की थीं. यह गलत है और अधिकारी आपको भ्रमित कर रहे हैं. भारत डाक के स्थानीय डाकघर से भेजे गए इस पत्र में किसान ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आप इस बात को समझेंगे कि अगर अधिकारी आपसे झूठ बोल सकते हैं तो एक आदमी को सरकारी कार्यालयों में किन चीजों का सामना करना पड़ता होगा.