Blogs | रवीश कुमार |बुधवार सितम्बर 1, 2021 04:28 AM IST चार महीने से भारत की जनता 100 रुपये लीटर पेट्रोल और डीज़ल ख़रीदने के लिए मजबूर है. 90 रुपया लीटर कोई सस्ता नहीं होता है. इस रेट के हिसाब से देखिए तो 2018 सितंबर महीने में मुंबई में पेट्रोल 90 रुपया लीटर हो गया था. तब से आम जनता खुशी-ख़ुशी महंगा तेल भराने के लिए मजबूर है. हर बात में ऐतिहासिक ढूंढने वाली सरकार इस बात का प्रचार नहीं करती है कि पेट्रोल और डीज़ल के दाम ऐतिहासिक स्तर पर पहुंचे हुए हैं और पहुंचने के बाद वापस ही नहीं आ रहे हैं.