India | Reported by: प्रियदर्शन, Edited by: अल्केश कुशवाहा |बुधवार अगस्त 14, 2019 03:16 PM IST वह 'तार सप्तक' के कवियों में रहे और अज्ञेय के अलावा वह दूसरे कवि थे, जिन्होंने इसके प्रकाशन में सक्रिय भूमिका अदा की. वह हिन्दी नाट्यालोचना के शिखर पुरुष रहे. उन्होंने हिन्दी के संसार को रंगमंच देखना और समझना सिखाया.