Blogs | बुधवार फ़रवरी 25, 2015 03:55 PM IST क्या केदारनाथ की उस आपदा ने उन्हें प्रकृति के प्रति कुछ उदार, कुछ संवेदनशील बनाया है? कहीं दिल्ली, देहरादून में बैठे ये हाकिम देश-दुनिया में अपनी छवि चमकाने की ख़ातिर उस इलाके को जल्दी से जल्दी लाखों बूटों के नीचे फिर रौंदे जाने के लिए तैयार तो नहीं करवा रहे?