Blogs | Ravish Kumar |शनिवार फ़रवरी 20, 2016 06:53 PM IST मैंने टीवी को सुधारने के लिए तो प्राइम टाइम नहीं किया, बल्कि जब भी ऐसा अंधेरा आए सवाल उठाने या ठहर कर सोचने की परंपरा बनी रहे, इसके लिए किया। आज हमने किया, कल किसी और ने किया था और आने वाले कल में कोई और करेगा। टीवी को टीबी हो गया है।