'Myanmar Crisis'

- 12 न्यूज़ रिजल्ट्स
  • Assembly Elections 2023 | Reported by: रतनदीप चौधरी, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार नवम्बर 4, 2023 11:45 PM IST
    Mizoram Assembly Election 2023: जब भी मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरामथंगा (Zoramthanga) अपनी पार्टी मिजो नेशनल फ्रंट (MNF) के लिए नुक्कड़ सभाएं करते हैं, तो वे पड़ोसी राज्य मणिपुर में जातीय अशांति का जिक्र जरूर करते हैं. 79 साल के जोरामथंगा राज्य की राजधानी आइजोल के बाहरी इलाके सिहफिर गांव में बैठकें करते रहे हैं. यह क्षेत्र उनके आइजोल पूर्व-1 निर्वाचन क्षेत्र के तहत आता है.
  • Uttar Pradesh | Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: अनिशा कुमारी |मंगलवार जुलाई 25, 2023 12:41 PM IST
    रोहिंग्याओं को लेकर कई दिन से चल रही जांच पड़ताल के बाद पुलिस व एटीएस की स्थानीय यूनिट ने संयुक्त रूप से कार्रवाई की और गिरफ्तारी के बाद सभी को जेल भेज दिया.
  • World | Reported by: वर्तिका |गुरुवार अगस्त 18, 2022 03:10 PM IST
    रोहिंग्या (Rohingya) म्यांमार (Myanmar) से 1970 के दशक से ही पड़ोसी देशों में शरणार्थी बन कर पहुंचते रहे. रोहिंग्या शरणार्थियों का कहना था कि म्यांमार के सुरक्षा बलों ने उनपर पर बलात्कार, हत्या, आगजनी जैसे अत्याचार किए. अधिकार समूहों को संदेह है कि म्यांमार सरकार ने रोहिंग्याओं का नरसंहार (Genocide) किया लेकिन म्यांमार सरकार इससे इंकार करती है.  
  • India | Reported by: नीता शर्मा |मंगलवार मार्च 30, 2021 11:49 AM IST
    मणिपुर सरकार (Manipur government) ने अपने उस पुराने आदेश को वापस ले लिया है जिसमें स्‍थानीय प्रशासन को म्‍यामांर (Myanmar) में तख्‍ता पलट के कारण अशांति के हालात के चलते भारत की सीमा में प्रवेश करने वाले इस देश के नागरिकों को खाद्य पदार्थ और आश्रय नहीं देने की बात कही गई थी.
  • India | Reported by: एएफपी |मंगलवार मार्च 16, 2021 09:55 PM IST
    म्‍यांमार में 1 फरवरी को हुए तख्‍तापलट (coup in Myanmar) के बाद से अब तक 180 लोगों की मौत हो चुकी है. म्‍यांमार में लोकतंत्र के समर्थन में निकाली गई रैलियों के खिलाफ जुंटा शासन ने निर्दयतापूर्वक कार्रवाई की और इस दौरान कई लोगों को जान गंवानी पड़ी है.  
  • World | Written by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार दिसम्बर 28, 2018 10:11 PM IST
    साल 2018 में पलायन (Migration) दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में बड़ी समस्या बना रहा. कहीं युद्ध की विभीषिका ने लोगों को घर-बार छोड़कर भागने पर मजबूर किया तो कहीं प्राकृतिक विभीषिकाओं ने लोगों से उनका घर-द्वार छीन लिया. कहीं राजनीतिक कारणों से लोगों को नया आसरा तलाशना पड़ा तो कहीं विकास के नाम पर लोगों को अपनी पैतृक भूमि से जुदा होना पड़ा. यह समस्याएं दुनिया के कई देशों में अलग-अलग रूपों में सामने आईं.
  • World | Reported by: AP |सोमवार अप्रैल 30, 2018 04:50 AM IST
    बांग्लादेश का दौरा कर रहे संयुक्त राष्ट्र के एक दल ने पड़ोसी देश म्यांमार में सेना नीत हिंसा से बचने के लिए भागकर इस देश में आ गए हजारों रोहिंग्या मुसलमानों से जुड़े संकट के हल के लिए कड़ी मेहनत करने का आज वादा किया.
  • World | भाषा |शुक्रवार अप्रैल 27, 2018 10:11 AM IST
    संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रतिनिधि मंडल म्यामां की सेना के क्रूर अभियान के कारण देश छोड़कर बांग्लादेश पहुंचे रोहिंग्या मुस्लमानों और रखाइन प्रांत में पीछे रह गए लोगों की व्यथा जानने के लिए दोनों देशों के दौरे पर रवाना होंगे.
  • World | भाषा |शुक्रवार फ़रवरी 16, 2018 07:07 PM IST
    बांग्लादेश के दौरे पर आए म्यांमार के एक मंत्री ने देश के राष्ट्रपति से कहा है कि उनका देश रोहिंग्या मुसलमानों को वापस लेने को तैयार है. म्यांमार में हिंसा के बाद रोहिंग्या वहां से जान बचाकर भाग आए थे. यह जानकारी बांग्लादेश के एक अधिकारी ने दी. राष्ट्रपति के प्रवक्ता जैनुल आबदीन ने शुक्रवार को कहा कि म्यांमा के गृह मंत्री क्याव स्वे ने राष्ट्रपति अब्दुल हामिद से यहां कहा कि वह देशों के बीच पिछले साल हुए समझौते के तहत रोहिंग्या को वापस लेने को तैयार हैं.
  • World | ख़बर न्यूज़ डेस्क |बुधवार नवम्बर 15, 2017 07:16 PM IST
    रोहिंग्या समुदाय पर म्यांमार की सेना के कथित जुल्मों को लेकर विश्व भर में आलोचना झेल चुकीं म्यांमार की नेता आंग सान सू ची ने रोहिंग्या संकट पर चुप्पी साधे रहने के आरोपों को खारिज कर दिया है. सू ची ने आज कहा कि उन्होंने इस तरह से अपनी बात रखी है जिससे कि तनाव नहीं भड़केगा.
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