India | Edited by: चंदन वत्स |बुधवार अक्टूबर 5, 2022 11:02 PM IST कुरैशी ने कहा, 'मुझे लगता है कि भागवत का भाषण काफी व्यापक और संतुलित था. उन्होंने किसी विशेष समुदाय पर उंगली नहीं उठाई. उन्होंने जनसंख्या बहस के दोनों आयामों-बोझ या परिसंपत्ति का उल्लेख किया.'