India | Reported by: भाषा |रविवार अगस्त 29, 2021 06:30 AM IST महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) जब इस मामले की जांच कर रहा था तब गवाह ने उसे बताया था कि 2008 में उसने एक “साहसिक कार्य शिविर” (एडवेंचर कैंप) में हिस्सा लिया था, जहां भारत में आतंकवाद के प्रसार तथा माद्रक द्रव्यों और जाली मुद्रा के जरिये देश को कमजोर करने में पाकिस्तान की भूमिका पर चर्चा हुई थी.