Zara Hatke | Written by: बिक्रम कुमार सिंह |मंगलवार अक्टूबर 24, 2023 04:08 PM IST प्रथा के अनुसार, विद्वान, लेखक, शिक्षक, पुजारी और समाज के अन्य प्रमुख व्यक्ति इस अवसर पर बच्चों को सीखने की यात्रा का पहला अक्षर लिखवाते हैं. मुख्य रूप से यह एक हिंदू परंपरा है. हालांकि, केरल में पिछले कुछ वर्षों में ‘विद्यारंभम’ समारोह में अन्य धर्मों के लोग भी इसी दिन अपने बच्चों को पढ़ाई की शुरुआत करने लगे हैं.