Faith | Written by: शालिनी सेंगर |मंगलवार जनवरी 25, 2022 06:49 AM IST शास्त्रों के अनुसार, भगवान शिव ने कृष्ण अष्टमी पर काल भैरव का रूप धारण किया था. काल भैरव को काशी के निर्देशों और संरक्षण का रक्षक माना जाता है. कहते हैं कि इस दिन काल भैरव भगवान की पूजा करने से भक्त को अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिलती है. आज के दिन काल भैरव की पूजा के समय इन मंत्रों का जाप किया जाता है.