India | Written by: सूर्यकांत पाठक |शनिवार अक्टूबर 15, 2016 06:07 AM IST राजस्थान के उदयपुर शहर के रवींद्र पांडे के जीवन में बचपन में बदकिस्मती ने दरवाजा खटखटाया और उनके पैर लकवाग्रस्त हो गए, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. कुदरत की मंशा बदलने के लिए उन्होंने विपरीत हालात से संघर्ष शुरू कर दिया. अब रवींद्र एक विशेष मशीन के अविष्कारक हैं जिसका उन्हें पेटेंट भी हासिल है. अब वे फर्राटे से कार चलाते हैं जिससे किसी टोल बैरियर पर टैक्स नहीं वसूला जा सकता. यह सब उन्होंने अपने बलबूते हासिल किया है.