India | Reported by: अरविंद गुणशेखर, सुनील प्रभु |गुरुवार अक्टूबर 13, 2022 07:17 PM IST जस्टिस धुलिया ने धर्मनिरपेक्षता, संवैधानिक स्वतंत्रतता और लड़कियों की शिक्षा पर जोर दिया. उन्होंने कहा, "हमारे संविधान के कई पहलुओं में से एक है विश्वास (Trust).हमारा संविधान भी विश्वास का दस्तावेज है." उन्होंने कहा, "यह जरूरी है कि स्कूलों में अनुशासन रहे लेकिन यह अनुशासन स्वतंत्रता, सम्मान की कीमत पर नहीं हो. एक स्कूल छात्रा को स्कूल के गेट पर हिजाब उतारने के लिए कहना उसकी गोपनीयता और गरिमा पर आक्रमण है. "