India | Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण |शुक्रवार फ़रवरी 26, 2021 03:36 PM IST पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, "देश में दो विचारधारा है- गांधी की और गोडसे की. गोडसे का मंदिर बनाकर उसकी पूजा करना और फिर गांधी की विचारधारा से मिल जाना मुझे उचित नहीं लगता." अरुण यादव ने कहा कि महात्मा गांधी और गांधी विचारधारा के हत्यारे के खिलाफ वह खामोश नहीं बैठ सकते हैं.