World | Reported by: कादम्बिनी शर्मा |गुरुवार फ़रवरी 8, 2018 06:28 PM IST मालदीव के राजनीति तूफान ने भारत के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं. मौजूदा राष्ट्रपति अबदुल्ला यमीन ने न सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के राजनीतिक बंदियों को रिहा करने के आदेश को मानने से इंकार कर दिया है, बल्कि चीफ जस्टिस को भी जेल में ठूंस दिया है. वहां के विपक्ष और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से राजदूत और सैन्य सहायता भेजने की गुहार लगाई है. दूसरी तरफ चीन ने कहा है कि भारत को मालदीव के अंदरूनी मामले में दखल नहीं देना चाहिए. मालदीव में चीन का 70 फीसदी निवेश है.