'Farmers movement delhi border'

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  • Career | Written by: पूनम मिश्रा |गुरुवार फ़रवरी 22, 2024 09:03 AM IST
    CBSE Board Exam 2024: राजधानी दिल्ली में पूरे एक महीने के लिए धारा 144 लागू है, क्योंकि बॉडरों पर किसान बैठे हैं. आज किसान दिल्ली कूच की तैयारी में है, वहीं आज सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड की परीक्षाएं भी हैं. गुरुग्राम-दिल्ली बॉर्डर और गाजीपुर फ्लाईओवर पर लंबा जाम लगा है, ऐसे में बच्चे कैसे परीक्षा...
  • Blogs | रवीश कुमार |बुधवार अक्टूबर 20, 2021 10:09 PM IST
    जिस देश में आज़ादी की लड़ाई का आंदोलन 1857 से 1947 तक अलग अलग रूप में चला हो, उस देश के सुप्रीम कोर्ट में शाहीन बाग धरने के बाद किसानों के धरने को लेकर चल रही बहस में अजीब अजीब किस्म के सवाल उठ रहे हैं कि आंदोलन कब तक चलेगा, क्यों चल रहा है, अनंत काल के लिए सड़कें बंद नहीं हो सकती हैं.
  • India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: सिद्धार्थ चौरसिया |बुधवार मार्च 17, 2021 04:40 PM IST
    बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत अपने सैकड़ों समर्थकों समेत गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे. यहां धरने पर बैठे किसानों से मुलाकात कर मेघालय के राज्यपाल और बीजेपी नेता सत्यपाल मलिक की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से उन्हें मध्यस्थता करनी चाहिए. किसान उनकी बात जरूर मानेंगे.
  • India | Reported by: भाषा |सोमवार मार्च 15, 2021 07:35 AM IST
    मलिक ने किसानों की दशा का जिक्र करते हुए कहा, “इन बेचारों की स्थिति आप देखिए. वे लोग जो चीज (फसल) उपजाते हैं, उसके दाम हर साल घट जाते हैं और जो चीजें खरीदते हैं, उनके दाम बढ़ते जाते हैं. उन्हें तो पता भी नहीं है कि वे गरीब कैसे होते जा रहे हैं. वे जब (बीज की) बुवाई करते हैं, तब दाम कुछ होता है और जब फसल काटते हैं तब वह 300 रुपये कम हो जाता है.” नये कृषि कानूनों को सही ठहराने के लिए भाजपा द्वारा दी जा रही दलील पर तंज करते हुए मलिक ने कहा, “बहुत शोर भी मचाया गया कि किसान दूसरी जगह कहीं भी (फसल) बेच सकते हैं. वह तो 15 साल पुराना कानून है, लेकिन उसके बावजूद मथुरा के किसान जब गेहूं लेकर पलवल जाते हैं तो उन पर लाठी चार्ज हो जाता है. सोनीपत का किसान जब नरेला जाता है, तो उस पर लाठी चार्ज हो जाता है.”
  • India | एनडीटीवी |सोमवार मार्च 15, 2021 02:01 AM IST
    बयान में कहा गया कि मोर्चा की बैठक के दौरान यह निर्णय हुआ कि प्रदर्शनकारी प्रदर्शन स्थलों पर कोई स्थायी निर्माण कार्य नहीं करेंगे. वक्तव्य में यह भी कहा गया कि एसकेएम (SKM) के कई नेता पश्चिम बंगाल गए हैं, जहां वे अपने आंदोलन के समर्थन में प्रचार करेंगे और मतदाताओं से ‘किसान विरोधी’ भाजपा को वोट नहीं देने की अपील करेंगे. इसमें कहा गया है कि एसकेएम (SKM) के प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को बंगाल के सिंगूर और आसनसोल में महापंचायतों को भी संबोधित किया.
  • India | Reported by: भाषा |रविवार मार्च 14, 2021 07:06 AM IST
    गौरतलब है कि हजारों किसान, जिनमें ज्यादातर पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं, दिल्ली सीमा के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर तीन महीने से अधिक समय से डेरा डाले हुए हैं, जो कृषि कानूनों को रद्द करने और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं.
  • India | Reported by: भाषा |सोमवार फ़रवरी 15, 2021 07:18 AM IST
    हुसैन ने कहा, ‘‘अभी लोग कहते हैं कि सरकार बहुत अडिग है लेकिन सरकार तो चार कदम बढ़ी है. हमने कहा कि हम डेढ़ साल के लिये कानूनों को स्थगित करते हैं. आपसे विचार-विमर्श करके कानून बनाएंगे. अब हर चीज पर शर्तें लादने से बातचीत नहीं होती. बातचीत का मतलब होता है बातचीत. इकतरफा बातचीत को बातचीत नहीं कहते.’’  कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा राजस्थान दौरे के दौरान प्रधानमंत्री पर की गई टिप्पणी को लेकर उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जिस तरह के शब्द राहुलगांधी बोलते हैं काश वो चिंता करें कि क्या प्रधानमंत्री के लिये ऐसे शब्दों का उपयोग सही है.’’
  • India | Reported by: भाषा |रविवार फ़रवरी 14, 2021 07:46 AM IST
    किसान नेताओं ने रविवार को देशभर में कैंडल मार्च और टॉर्च जुलूस निकालने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम ड्यूटी के दौरान शहीद होने वाले जवानों और दिल्ली की सीमाओं पर नवंबर से चल रहे आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए किया जाएगा. भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘यह आयोजन रात सात से आठ बजे तक किया जाएगा.’’ पाल ने कहा कि किसान पंचायतों के जरिए वे सरकार पर अपनी मांग मानने के लिए दबाव बनाने का प्रयास कर रहे हैं ताकि प्रदर्शन खत्म हो सकें. उन्होंने कहा, ‘‘इस अभियान में पूरे देश के किसान शामिल हैं.’’ ब्रिटेन की संसद में किसान आंदोलन पर चर्चा का जिक्र करते हुए पाल ने कहा, ‘‘सरकार को हमारी समस्या को समझना चाहिए.’’
  • India | Reported by: सौरभ शुक्ला, Edited by: सिद्धार्थ चौरसिया |शनिवार फ़रवरी 6, 2021 07:48 PM IST
    किसानों के किसी ग्रुप ने जबरन चक्का जाम करने की कोशिश नहीं की. इस बीच, खुद राकेश टिकैत ने पुलिस के कांटों के बदले फूल लगाने की मिसाल से किसानों का रवैया उजागर किया. किसानों ने चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस को आने जाने का रास्ता दिया, जैसे ही 3 बजे किसानों ने हार्न बजाकर अपना चक्का जाम खत्म कर दिया. अब किसान संगठन इस बात को लेकर राहत की सांस ले रहे हैं कि चक्का जाम में 26 जनवरी जैसे हालात नहीं बने और ये संदेश भी गया कि किसान शांतिपूर्ण तरीके से ही आंदोलन कर रहे हैं.
  • India | Reported by: भाषा |शनिवार फ़रवरी 6, 2021 05:49 PM IST
    एक अन्य अधिकारी ने बताया कि शनिवार को किसान यूनियनों के ‘चक्का जाम’ के आह्वान के मद्देनजर इंटरनेट सेवाएं निलंबित की गई हैं. इससे पहले सिंघू, गाजीपुर और टीकरी सीमाओं और इनके आसपास के इलाकों में 29 जनवरी की रात 11 बजे से 31 जनवरी की रात 11 बजे तक इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने के आदेश दिये गये थे. बाद में इंटरनेट सेवाओं के निलंबन की अवधि को दो फरवरी तक बढ़ा दिया गया था. गौरतलब है कि किसानों की ‘‘ट्रैक्टर परेड’’ के दौरान व्यापक पैमाने पर हुई हिंसा के कारण 26 जनवरी को दिल्ली के कुछ हिस्सों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था.
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