Uttar Pradesh | ख़बर न्यूज़ डेस्क |गुरुवार मई 3, 2018 07:24 AM IST एक ओर जहां मोदी सरकार दलितों के मन में अपनी सरकार की छवि को बेहतर बनाने की पूरजोर कोशिश कर रही है, वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी के नेता, विधायक और मंत्री अपने बयानों और गतिविधियों से सरकार की फजीहत करा रहे हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी जहां दलितों तक अपनी पहुंच बनाने पर काम कर रही है, वहीं उनके नेता गलतियां कर न सिर्फ विवादों में घिर रहे हैं, बल्कि जाति के पुर्वाग्रह को भी मजबूत करते दिख रहे हं. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ने खुद को शामिल करते हुए बीजेपी नेताओं की तुलना भगवान राम से कर दी है, जो दलितों के घऱ जाते हैं और उनके साथ बैठकर खाना खाते हैं. वहीं, योगी सरकार में एक और मंत्री सुरेश राणा ने अलीगढ़ में दलित के घर बाहर से लाए गये शाही भोजन और मिनरल वाटर के साथ खाना खाकर इसे एक और नई परिभाषा दे दी है.