India | बुधवार जनवरी 21, 2015 01:37 PM IST मुंबई का प्रतीक माथुर अपने शिकारों को, जिनमें ज़्यादातर लड़कियां हैं, कहता था कि वह सीआईए एजेंट है और उसे एक प्रोजेक्ट के लिए लोग चाहिए, जिन्हें अच्छी तनख्वाह दी जाएगी। इसके बाद रजिस्ट्रेशन फीस और पेपर प्रोसेस करने के नाम पर माथुर उनसे पैसे ऐंठता था।