India | Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: पवन पांडे |शुक्रवार सितम्बर 25, 2020 10:38 AM IST एम्स-भोपाल के निदेशक प्रोफेसर सरमन सिंह ने एनडीटीवी को बताया, "प्रारंभिक निष्कर्षों में शरीर की सतह पर वायरस की मौजूदगी या शरीर की सतह पर इसके गुणन की मौजूदगी नहीं है, जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण के अनुरूप ही है." उन्होंने कहा कि “हिस्टोपैथोलॉजी और अन्य विश्लेषण के प्राथमिक निष्कर्ष बताते हैं कि संवहनी प्रणाली ( वैस्कुलर सिस्टम) वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित होती है.